नंदी हिल्स बैंगलोर की ख़ास बात
नंदी हिल्स बैंगलोर से महज़ 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जो हर किसी के लिए एक सुविधाजनक यात्रा है। यह खूबसूरत होने के साथ शहर की भागदौड़ भरी जिंदगी से दूर एक शांत जगह है।
Nandi Hills Tour: नंदी हिल्स कर्नाटक के प्रमुख पर्यटन स्थलों में आता है। यह एक पर्यटन स्थल के तौर पर अपने यहाँ आने वाले सैलानियों को एक बहुत ही अलग अनुभव करता है। सबसे अच्छी बात यह कि नंदी हिल्स बैंगलोर से महज़ 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जो हर किसी के लिए एक सुविधाजनक यात्रा है। यह खूबसूरत होने के साथ शहर की भागदौड़ भरी जिंदगी से दूर एक शांत जगह है। इस जगह पर आप अपने निजी वाहन या फिर बस और टैक्सी से जा सकते हैं। डेढ़ से दो घंटे में आप इस जगह पर पहुंच जाएँगे। इस यात्रा को और भी ज़्यादा रोमांचक बनाने के लिए लोग इस जगह पर बाइक से भी जाना पसंद करते हैं। यह एक रोमांचकारी अनुभव प्रदान करता है, साथ ही रास्ते में सुंदर दृश्य भी देखने को मिलते हैं।
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नंदी हिल्स की ख़ास बात
इस जगह पर सैलानियों के लिए एक पर्यटन स्थल के अलावा भी काफ़ी कुछ है। इस जगह पर आपको एक शानदार सूर्योदय, हरी-भरी हरियाली और ऐतिहासिक महत्व की कई चीज़ें देखने को मिल जाती हैं। नंदी हिल्स एक ऐसी जगह है जहां पर प्रकृति प्रेमियों के लिए काफ़ी कुछ है। यह रोमांच के शौकीनों और इतिहास में रूचि रखने वालों के लिए एक बेहतरीन जगह है। इस जगह को बंगलोर के लोग एक वीकेंड गेटवे के रूप में उपयोग करते हैं। नंदी हिल्स के प्रमुख आकर्षण ये हैं।
नंदी सनराइज व्यूपॉइंट
नंदी हिल्स में सैलानियों के आने का मुख्य कारण धुंध भरे नज़ारे और सूर्योदय देखना होता है। इस समय इस जगह का माहौल बहुत ही तरोताज़ा होता है। इस जगह पर आपको सूर्योदय से पहले पहुँचना होगा और एक ऐसी जगह ढूँढना होगा जहां से आप उगते हुए सौंदर्य जो अच्छी तरह से देख पाए। सूर्य यहाँ की पहाड़ियों और घाटियों में जब अपनी पहली किरण बिखेरता है तो इस जगह का नज़ारा देखते ही बनता है।
टीपू ड्रॉप
टीपू ड्रॉप को नंदी हिल्स की एक ऐतिहासिक जगह बताया जाता है। इस जगह का सम्बन्ध टीपू सुल्तान से बताया जाता है। टीपू ड्रॉप एक चट्टान है जिसके आसपास का परिदृश्य बहुत ही ख़ूबसूरत है। इस जगह पर लोग उसी विस्मयकारी और ऐतिहासिक कहानी को जानने के लिए आते हैं जो टीपू सुल्तान से जुड़ी हुई है। समुद्र तल से 600 मीटर की उंचाई पर स्थित यह जगह एक बहुत ही शानदार दृश्य प्रस्तुत करती है और टीपू सुल्तान के उस शासनकाल की गवाह है जिसके दौरान कैदियों को इस चट्टान से नीचे धकेल दिया गया था।
भोगा नंदेश्वर मंदिर
नंदी हिल्स एक ऐसी जगह है जहां पर कुछ लोग अपनी धार्मिक आस्था की वजह से भी जाते हैं। जिसका सबसे प्रमुख कारण तलहटी में स्थित भोगा नंदेश्वर मंदिर है। यह एक बहुत ही प्राचीन मंदिर है जिससे कई सारी धार्मिक मान्यतायें जुड़ी हुईं हैं। ऐसा बताया जाता है कि यह मंदिर 9वीं शताब्दी के आसपास बनाया गया था। इस मंदिर की बनावट और वास्तुकला भी बहुत ही लाजवाब है। यह द्रविड़ वास्तुकला का एक बहुत ही अच्छा उदाहरण माना जाता है। इस जगह पर आकर मन को बहुत ही शांति मिलती है।
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