सतारा: सतारा जिले में बहुत अच्छे प्राकृतिक संसाधन हैं. ऐसा कहा जाता है कि पर्यटक यहां कास रोड पर यवतेश्वर घाट में स्वर्ग का अनुभव कर सकते हैं. प्रकृति का यह अद्भुत चमत्कार भारी बारिश के बाद तब देखा जा सकता है जब बारिश रुक जाती है और सूर्य देव प्रकट हो जाते हैं.
सुबह के समय मॉर्निंग वॉक पर आए कई सतारा के लोगों के साथ-साथ पर्यटक भी इस खूबसूरत नजारे को देखकर दंग रह गए. इस समय इतना सुहावना माहौल, नीला आसमान और उस पर धुंध की चादर, ऐसा मनमोहक दृश्य देखने को मिल रहा है.

मराठाओं की राजधानी है सतारा
सतारा को मराठाओं की राजधानी के रूप में पूरी दुनिया में जाना जाता है. सतारा को सप्तारा के नाम से भी जाना जाता है. सतारा शहर में कोहरे की चादर बिछी हुई है. पिछले कुछ दिनों से मौसम में आए बदलाव, कभी बारिश तो कभी बढ़ी ठंड के कारण सतारा में सुबह सफेद कोहरे की चादर देखी जा सकती है.

सतारा के लोगों पर पड़ रही मौसम की मार
मौसम की इस मार के कारण शहरवासियों को अभी कुछ दिनों तक बारिश और चिलचिलाती धूप झेलनी पड़ेगी. इस अस्थिरता का असर नागरिकों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है. खांसी, जुकाम और बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. हालाँकि, नागरिक महीनों से महसूस किए गए कोहरे का आनंद ले रहे हैं.

सतारा का सुहावना मौसम
इस साल बारिश के मौसम में भी शहरवासियों को सूरज की तपिश झेलनी पड़ी. लेकिन अब कोहरे भरी सुबह होते ही एक अलग ही आनंद का अनुभव होता है. वहीं, कोहरे में खोया सतारा शहर सड़कों, पेड़ों, पहाड़ों को देखकर एक सुखद एहसास देता है और सतारा के ऊपरी हिस्से में पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है.

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Tags: Foggy weather, Local18, Maharashtra News



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