Plane Hijacked Story Series: दिल्ली के पालम एयरपोर्ट से इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट IC-123 अपने गंतव्य के लिए करीब 135 पैसेंजर्स और क्रू मेंबर्स के साथ उड़ान भर चुकी थी. इस फ्लाइट को अमृतसर होते हुए श्रीनगर पहुंचना था. यह प्लेन अपने निर्धारित समय पर अमृतसर पहुंचा और फिर वहां से श्रीनगर के लिए रवाना हो गया. टेकऑफ होने के कुछ समय बाद एक शख्स अपनी सीट से उठा और प्लेन के कॉकपिट में दाखिल हो गया. इस शख्स के हाथ में कुछ था, जिसे उसने कपड़े से लपेट रखा था.
कॉकपिट में दाखिल होते ही इस शख्स ने फ्लाइट के कप्तान वीके मेहता को धमकाते हुए कहा – प्लेन हाईजैक हो चुका है… अब यह प्लेन श्रीनगर नहीं लाहौर जाएगा. कप्तान ने जब कुछ कहने की कोशिश की तो इस शख्स ने अपने हाथ में मौजूद चीज को दिखाते हुए कहा कि मेरी बात नहीं मानी तो प्लेन को हैंडग्रेनेड से उड़ा दूंगा. कैप्टन के पास अब कोई विकल्प नहीं बचा था, लिहाजा उन्होंने प्लेन का रुख लाहौर की तरफ कर दिया. अब तक कैप्टन एयर ट्रैफिक कंट्रोल को फ्लाइट हाईजैक होने की सिंग्नल दे चुके थे.
यह भी पढ़ें: एयरपोर्ट पर कब्जे की थी कोशिश, एयर इंडिया के प्लेन में घुसे 47 आतंकी, थरथर कांपते बीते 6 घंटे, और फिर हुआ सब खत्म!… रिफ्यूलिंग के लिए सेशेल्स इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचे एयर इंडिया के प्लेन में अत्याधुनिक हथियारों से लैस करीब 47 आतंकी जबरन घुस गए और प्लेन को हाईजैक कर लिया. इसके बाद क्या हुआ, जानने के लिए क्लिक करें.
लाहौर के ऊपर 40 मिनट तक चक्कर लगाता रहा प्लेन
वहीं, हाईजैक के सिंगनल मिलते ही तमाम भारतीय सिक्योरिटी एजेंसीज और डिप्लोमेटिक चैनल अपना काम करना शुरू कर चुके थे. एयर ट्रैफिक कंट्रोल के रडार अब तक यह बता चुके थे कि प्लेन लाहौर की तरफ बढ़ चुका है. इस बीच, डिप्लोमेटिक चैनल के जरिए पाकिस्तान पर यह दबाव बनाया जा चुका था कि वह किसी भी कीमत में इंडियन एयरलाइंस के इस प्लेन को लाहौर में लैंड न होने दें. अब तक प्लेन में सवार क्रू और पैसेंजर्स को भी पता चल चुका था कि उनकी फ्लाइट हाईजैक को एक आतंकी ने हाईजैक कर लिया है.
यह प्लेन करीब 40 मिनट तक लाहौर के ऊपर चक्कर लगाता रहा, लेकिन पाकिस्तानी अधिकारियों ने प्लेन को लाहौर एयरपोर्ट पर उतरने की इजाजत नहीं दी. अब प्लेन में इतना फ्यूल नहीं बचा था कि वह अधिक समय तक आसमान में चक्कर लगा सके. इसी बीच, यह प्लेन बर्ड हिट का शिकार हो गया. दो आपात स्थितियों को देखते हुए पायलट ने दिल्ली एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क किया और हाईजैकर को यह बताया कि वह लाहौर एयर ट्रैफिक कंट्रोल से बात कर रहा है. दिल्ली एटीसी में मौजूद अधिकारियों और पायलट के बीच तय हुआ कि प्लेन अब अमृतसर में उतरेगा.
यह भी पढ़ें: जब टॉय गन से हाईजैक कर लिया था प्लेन, हाईजैकर्स को इंदिरा ने बनाया MLA, पूरी घटना जान आप भी हो जाएंगे दंग… कोलकाता से दिल्ली जा रहे विमान को दो हाईजैकर्स ने टॉय पिस्टल से हाईजैक कर लिया था. वाराणसी एयरपोर्ट पर एक नाटकीय घटनाक्रम के बाद दोनों हाईजैकर्स को गिरफ्तार कर लिया गया था. इस हाईजैकिंग के इनाम के तौर पर कांग्रेस ने दोनों हाईजैकर्स को एमएलए का पद गिफ्ट किया था. क्या था पूरा मामला जानने के लिए क्लिक करें.
प्लेन में शुरू हुए द्वंद को देख कांप गई पैसेंजर की रुह
दिल्ली एटीसी से बातचीत पूरी होने के बाद कैप्टन ने हाईजैकर को बताया कि लाहौर एयरपोर्ट पर लैंडिंग की इजाजत मिल गई है, वह कुछ ही मिनटों में लैंड करने वाले हैं. प्लेन की लैंडिंग के बाद ही हाईजैकर को पता चला कि प्लेन लाहौर नहीं अमृतसर एयरपोर्ट पर लैंड हुआ है. अब हाईजैकर चाह कर भी कुछ नहीं कसता था. हाईजैकर से निगोशिएशन प्रॉसेस शुरू किया गया. शुरूआत में हाईजैकर में हाईजैकर ने पंजाब की राजनीति से जुड़े लोगों से ही बात करने की शर्त रखी. लेकिन उसकी यह मांग नहीं मानी गई. आखिर में, बातचीत के लिए प्रकाश सिंह मजीठा आए.
निगोशिएशन प्रॉसेस के दौरान, हाईजैकर को इस बात के लिए राजी कर लिया गया कि वह प्लेन में सवार महिलाओं और बच्चों को छोड़ दें. हाईजैकर ने प्लेन में सवार 51 महिलाओं और तीन बच्चों को प्लेन से बाहर भेज दिया. इसी बीच, पंजाब पुलिस का एक इंस्पेक्टर पायलट की वर्दी पहनकर प्लेन में दाखिल होने में सफल हो गया. उसने कैप्टन वीके मेहता से इशारों में कुछ बात की और हाईजैकर का ध्यान भटकाने के लिए कहा. हाईजैकर का ध्यान भटकते ही इंस्पेक्टर ने हाईजैकर को दबोच लिया. इंस्पेक्टर और हाईजैकर के बीच जारी कुश्ती को देख एक पल के लिए पैसेंजर्स की रुह कांप गई.
यह भी पढ़ें: कराची में लैंड हुआ इंडियन एयरलाइंस का प्लेन, पाक आर्मी ने खाने में मिलवाया मीठा जहर, और फिर हुआ एक बड़ा ऑपरेशन… पालम एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाले इंडियन एयरलाइंस के प्लेन में सीमित फ्यूल बचा था. फ्लाइट के कैप्टन को यह आभास हो गया था कि अब यह फ्लाइट कभी बंबई नहीं पहुंच पाएगी. वहीं हाईजैकर्स इस प्लेन को लीबिया ले जाना चाहते थे. प्लेन के खत्म होते फ्यूल और हाईजैकर्स की जिद के बीच… आगे क्या हुआ, जानने के लिए क्लिक करें.
रबर की बॉल से हाईजैक कर लिया था इंडियन एयरलाइंस का प्लेन
उन्हें डर था कि इस हरकत से नाराज होकर हाईजैकर कहीं हैंडग्रेनेड की पिन न निकाल दे. हाईजैकर ऐसा करता, इससे पहले कुछ पैसेंजर्स ने हिम्मत जुटाई और हाईजैकर को दबोचने में इंस्पेक्टर की मदद करने लगे. चार घंटे लंबी चली जद्दोजहद के बाद अब हाईजैकर पंजाब पुलिस की गिरफ्त में था. वहीं, इस हाईजैकर के पास मिले हैंडग्रेनेड की जांच की गई तो पता चला कि वह हैंडग्रेनेड नहीं, बल्कि रबर की एक बॉल है. पूछताछ में पता चला कि हाईजैकर का नाम गुरबख्श सिंह है और वह कुरुक्षेत्र जिले का रहने वाला है. उसने कुछ धार्मिक चरमपंथियों की रिहाई के लिए प्लेन हाईजैक किया था.
गनीमत रही कि कैप्टन वीके मेहता की सूझबूझ और पंजाब पुलिस के इंस्पेक्टर की सूझबूझ से 4 अगस्त 1982 को हुए इस प्लेन हाईजैक को विफल कर दिया गया. साथ ही, प्लेन में सवार सभी 135 यात्रियों और क्रू को सकुशल रेस्क्यू कर लिया गया. यहां आपको बता दें कि इस प्लेन में सवार 135 पैसेंजर्स में 70 पैसेंजर विदेशी नागरिक थे.
Tags: Airport Diaries, Airport Security, Amritsar news, Crime News, Delhi airport, Delhi news, IGI airport
FIRST PUBLISHED : September 24, 2024, 09:00 IST
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