Char Dham Map : उत्तराखंड को “देवताओं की भूमि” या “देवभूमि” के रूप में जाना जाता है और हिमालय (himalaya)पर्वत की ऊंची चोटियों को “देवताओं के घर” (land of God)के रूप में जाना जाता है। प्रसिद्ध चार धाम मंदिर हिमालय के गढ़वाल क्षेत्र में स्थित है। बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री (badrinath ,kedarnath,gangotri,yamunotri)चार हिंदू पवित्र मंदिर हैं जो चार धाम यात्रा का हिस्सा हैं।
Char Dham Map:
चार पवित्र धाम अलग-अलग देवताओं से जुड़े हैं। बद्रीनाथ मंदिर (badrinath temple)भगवान विष्णु का सम्मान करता है, केदारनाथ मंदिर (kedarnath temple)भगवान शिव का सम्मान करता है, जबकि गंगोत्री (gangotri)और यमुनोत्री(yamunotri) देवी गंगा (river ganga)और यमुना नदी (yamuna river)का सम्मान करते हैं। उत्तराखंड (uttarakhand)में सबसे समर्पित और आध्यात्मिक यात्रा चार धाम यात्रा(Char Dham Map) है।
Char Dham Map:चार धाम यात्रा का रूट मैप
उत्तूंग हिमालय की ऊँची घाटियाँ, शानदार गढ़वाल पहाड़ियों पर रुद्रप्रयाग, (rudraprayag)उत्तरकाशी (uttarkashi)और चमोली (chamoli)जिलों में स्थित इन पवित्र मंदिरों की वजह से उत्तराखंड पूरे देश मे प्रसिद्ध हैं। प्रसिद्ध आध्यात्मिक और महान आदि गुरु शंकराचार्य ने आठवीं शताब्दी में चार धाम पवित्र यात्रा (Char Dham Map) की स्थापना की। हरिद्वार (haridwar)को देवताओं की भूमि चार धाम यात्र की पहली सीढ़ी कहा जाता हैं।, यहीं से चार धाम कि पवित्र यात्रा शुरू होती है।
Chardham Yatra Route Map : चार धाम यात्रा मार्ग का नक्शा
Char Dham Route : Yamunotri यमुनोत्री : : Gangotri गंगोत्री: : Kedarnath केदारनाथ: : Badrinath बद्रिनाथ
उत्तराखंड के चार धामों की प्राकृतिक सुंदरता, जो हरे-भरे पहडिले इलाखे की वजह से और ज्यादा खूबसूरत लगती हैं। पर्यटक को मंत्रमुग्ध कर देती है। लाखों यात्रियों की वजह से चार धाम का आकर्षण और बढ़ गया है। इस पवित्र यात्रा के दौरान, सबसे पहले यमुनोत्री मंदिर की यात्रा(Char Dham Map) की जाती है, उसके बाद गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ की यात्रा की जाती है। चार धाम का मार्ग (char dham map)अपेक्षाकृत सरल है। सभी सड़कें एक-दूसरे से अच्छी तरह जुड़ी हुई हैं। चार धाम की यात्रा कैसे करें इसके बारे में नीचे जानकारी दी गई है।
1.Badrinath Dham Yatra Route Map: बद्रिनाथ धाम यात्रा का नक्शा
बदरीनाथ मन्दिर अलखनंदा नदी (alaknanda)के बाईं ओर स्थित, यह समुद्र तल से 3133 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। धार्मिक किताबों में कहा गया है कि भगवान विष्णु ने इस पवित्र स्थान पर ध्यान किया था, जो उन्हें समर्पित है।
यहाँ पर कई ऐसे ठिकान हैं जो देखने लायक हैं। उनमें से कुछ के नाम दिये गए हैं।चरण पादुका, माता मूर्ति मंदिर, पांडुकेश्वर, योगध्यान बद्री मंदिर, माना गांव, सतोपंथ झील, तप्त कुंड, नीलकंठ शिखर, भीम पुल, गणेश गुफा, ब्रह्मा कपाल, शेषनेत्र, व्यास गुफा, आदि।
2.Kedarnath Dham Yatra Route Map: केदारनाथ धाम यात्रा रूट
यह मंदिर (kedarnath temple)समुद्र तल से 3584 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जिसके ठीक पीछे मंदाकिनी नदी भी है। भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है केदारनाथ। केदारनाथ अविश्वसनीय रूप से सुंदर और खास है, वहां जाने के लिए अच्छे रास्ते हैं। एक अवश्य देखने योग्य स्थान जहां भगवान शिव स्वयं को अग्नि के धधकते स्तंभ के रूप में प्रकट करते हैं वह प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग है।
केदारनाथ मंदिर के साथ-साथ यहां और भी कई सारे ऐसे ठिकाने जिन्हें आप देखना पसंद करोगे। उनमें से कुछ के नाम नीचे दिए गए हैं। केदारनाथ की यात्रा (kedarnath dham yatra)पर आप उन्हें जगह पर जाकर उन जगहों को देख सकते हैं।
गांधी सरोवर, फाटा, सोन प्रयाग, त्रियुगी नारायण मंदिर, चंद्रपुरी, कालीमठ, वासुकी ताल, शंकराचार्य समाधि, गौरीकुंड सभी उल्लेखनीय स्थान हैं।
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3.Gangotri Dham Yatra Route Map: गंगोत्री धाम यात्रा रूट
गंगोत्री का मंदिर उत्तरकाशी (uttarkashi)में समुद्र तल से 3200 मीटर की ऊंचाई पर है, जहां हजारों भक्त मोक्ष की चाह में अपने पापों को धोने के लिए आते हैं। पवित्र नदी गंगा पवित्रता और शांति के साथ बहती है। यहीं पर से गंगा नदी का उद्गम भी होता है।
घूमने लायक महत्वपूर्ण स्थान: भोजबासा, गंगनानी, केदारताल, गौमुख, गंगोत्री मंदिर, भैरोंघाटी, जलमग्न शिवलिंग, तपोवन।
4.Yamunotri Dham Yatra Route Map: यमुनोत्री धाम यात्रा रूट
यह गढ़वाल क्षेत्र का सबसे पश्चिमी तीर्थस्थल है। यमुना नदी का उद्गम स्थल यमुनोत्री, यमुना तीर्थ और जानकी चट्टी के निकट पवित्र गर्म झरनों के लिए प्रसिद्ध है। टेहरी गढ़वाल के महाराजा प्रताप शाह ने यमुना मंदिर (yamunotri temple)का निर्माण कराया था।
हर साल यहां पर लाखों लोग यमुनोत्री(Char Dham Map) का दर्शन करने के लिए आते हैं।
यमुनोत्री मंदिर, सप्तऋषि कुंड, सूर्य कुंड, दिव्य शिला, हनुमान चट्टी और खरसाली देखने लायक महत्वपूर्ण स्थान हैं।
Route Map for Char Dham Yatra: चार धाम यात्रा Map
चार धाम यात्रा(Char Dham Map) हरिद्वार से शुरू होती है और ऋषिकेश (rishikesh)में समाप्त होती है, कुल 1,607 मील की दूरी तय करती है। चार धाम यात्रा मार्ग का नक्शा नीचे दिया गया है, जो आपको पूरी तय करने में मदद करेगा।
Char Dham Yatra Driving Directions: चार धाम यात्रा कैसे करें
Destination : Delhi दिल्ली → Haridwar हरिद्वार→ Barkot बरकोट→ Yamunotri यमुनोत्री→ Uttarkashi उत्तरकाशी → Gangotri गंगोत्री→ Guptakashi गुप्त काशी→ Kedarnath केदारनाथ → Badrinath बद्रिनाथ → Rishikesh ऋषिकेश → Delhi (Back) वापस delhi
तो यह रहा चार धाम यात्रा का रूट(Char Dham Map) । अगर आप भी चार धाम यात्रा (Char Dham Map) करना चाहते हैं तो इस रूट को फॉलो करें।
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