केरल के वायनाड और इडुक्की की हरी-भरी पहाड़ियों के अलावा कोवलम और वर्कला की खूबसूरती के बीच हर दिन हजारों देशी और विदेशी पर्यटक घूमने और मौज-मस्ती के लिए पहुंचते हैं।
केरल में मौजूद पालक्काड़ भी एक ऐसी अद्भुत जगह है, जिसके बारे में बहुत कम लोग ही जानते होंगे। यहां की खूबसूरती देखकर यकीनन कोई भी खुशी से झूम उठेंग।
इस आर्टिकल में हम आपको पालक्काड़ में मौजूद कुछ शानदार और अद्भुत जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां दिल खोलकर मस्ती-धमाल कर सकते हैं।
साइलेंट वैली नेशनल पार्क (Silent Valley National Park)
पालक्काड़ के आसपास में किसी शानदार और चर्चित जगहों पर घूमने की बात होती है, तो कई लोग सबसे पहले साइलेंट वैली नेशनल पार्क ही पहुंचते हैं। यह पलक्कड़ जिले के पूर्वोत्तर कोने में स्थित एक राष्ट्रीय उद्यान है।
साइलेंट वैली नेशनल पार्क केरल के प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है, जहां हर महीने लाखों देशी और विदेशी पर्यटक घूमने के लिए पहुंचते हैं। यह पार्क कई लुप्तप्राय जानवर और वन्यजीवों की कई प्रजातियों के संरक्षण के लिए जाना जाता है।
- समय-सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे के बीच है।
- टिकट-प्रति व्यक्ति 50 रुपये।
- जंगल सफारी- जंगल सफारी के लिए करीब 1,600 रुपये।
धोनी वॉटरफॉल (Dhoni Waterfalls)
पालक्काड़ मुख्य शहर से करीब 12 किमी की दूरी पर स्थित धोनी वॉटरफॉल एक चर्चित और लोकप्रिय पर्यटक केंद्र माना जाता है। यह वॉटरफॉल धोनी गांव में मौजूद है, इसलिए इसका नाम भी धोनी वॉटरफॉल है। इस वॉटरफॉल को प्रकृति प्रेमियों के लिए जन्नत भी माना जाता है।
धोनी वॉटरफॉल के जब 50 फीट की ऊंचाई से जमीन पर पानी गिरता है, तो आसपास का नजारा काफी खूबसूरत दिखाई देता है। इस वॉटरफॉल के आसपास की हरियाली भी सैलानियों को खूब आकर्षित करती है। धोनी वॉटरफॉल तक पहुंचने के लिए ट्रैकिंग करनी पड़ती है और ट्रैकिंग के दौरान आप कई लुभावने दृश्यों को देख सकते हैं।
सीथरगुंडु व्यू पॉइंट (Seetharagundu View point)
पालक्काड़ में स्थित सीथरगुंडु व्यूपॉइंट उन स्थलों में से एक है, जहां हर सैलानी घूमना चाहेगा। मुख्य शहर से कुछ ही दूरी पर मौजूद इन व्यू पॉइंट को पालक्काड़ का मुकुट भी कहा जाता है, क्योंकि यहां से खूबसूरती का शानदार नजारा दिखाई देता है।
सीथरगुंडु व्यूपॉइंट अपने लुभावने दृश्यों के साथ-साथ खूबसूरती के लिए भी जाना जाता है। सीथरगुंडु की ऊंचाई पर पहुंचने के लिए ट्रैकिंग करनी पड़ती है और ट्रैकिंग के दौरान आपको हर तरफ हरियाली ही हरियाली दिखाई देगी। इस व्यूपॉइंट से सूर्योदय और सूर्यास्त का नजारा देखने के लिए सबसे अधिक पर्यटक पहुंचते हैं।
पलक्कड़ किला (Palakkad Fort)
पलक्कड़ की खूबसूरती देखने के साथ-साथ इस शहर का इतिहास भी जानना चाहते हैं, तो फिर आपको पलक्कड़ किला पहुंचा जाना चाहिए। इस भव्य फोर्ट का निर्माण 1776 ई. में हैदर अली द्वारा करवाया गया था।
पलक्कड़ किला भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण में भी शामिल है। इस फोर्ट के किनारे-किनारे से एक नदी बहती है, जो खूबसूरती में चार चांद लगाने का काम करती है। फोर्ट के आसपास की हरियाली भी सैलानियों को खूब आकर्षित करती है।
- समय-सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक
- टिकट-फ्री
- नोट: कैमरे का चार्ज अलग से लगता है।
पलक्कड़ कैसे पहुंचें? (How To Reach Palakkad)
पलक्कड़ पहुंचना बहुत ही आसान है। इसके लिए आप केरल के किसी भी शहर से पहुंच सकते हैं। पलक्कड़ केरल के कोयंबटूर शहर महज 52 किमी की दूरी पर मौजूद है। यह केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम से करीब 340 किमी की दूरी पर है। ऐसे में आप देश के किसी भी हिस्से से कोयंबटूर पहुंचकर लोकल टैक्सी या बस लेकर पलक्कड़ पहुंच सकते हैं।
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