तमिलनाडु देश का एक ऐसा राज्य है, जो अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत के लिए पूरे विश्व में जाना जाता है। यह एक ऐसा राज्य है, जो बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर के कोरोमंडल तट पर मौजूद है।
बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर के कोरोमंडल तट पर ऐसी कई शानदार जगहें मौजूद हैं, जहां हर महीने लाखों देशी और विदेशी पर्यटक घूमने के लिए पहुंचते रहते हैं।
तमिलनाडु का मयिलाड़तुरै भी एक ऐसा शहर है, जो समुद्र तट के किनारे मौजूद है। इस आर्टिकल में हम आपको मयिलाड़तुरै की खासियत और यहां मौजूद कुछ शानदार जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं।
मयिलाड़तुरै की खासियत (Why Mayiladuthurai Is So Famous)
मयिलाड़तुरै में मौजूद शानदार जगहों के बारे में बताने से पहले आपको यह भी बता दें कि इस शहर को कई लोग मयिलाडुतुरै और मयिलादुतुरई आदि के नाम से भी जानते हैं।
मयिलाड़तुरै तमिलनाडु का एक ऐसा शहर है, जो बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर के तट पर मौजूद है। समुद्र तट के किनारे मौजूद होने के चलते इस शहर की खूबसूरती हजारों पर्यटकों को आकर्षित करती है। इस शहर से समुद्र की हसीन लहरों को करीब से देखा जा सकता है। यहां का शांत और शुद्ध वातावरण भी सैलानियों को खूब आकर्षित करता है।
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पूमपुहार बीच (Poompuhar Beach)
मयिलाड़तुरै के आसपास में स्थित सबसे चर्चित और मनमोहक जगह घूमने की बात होती है, तो कई सैलानी सबसे पहले पूमपुहार बीच ही पहुंचते हैं। बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर से निर्मित यह बीच तमिलनाडु का भी एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल माना जाता है।
पूमपुहार बीच नीले पानी और सफेद रेत के लिए जाना जाता है। बीच के किनारे-किनारे मौजूद नारियल के पेड़ भी सैलानियों को आकर्षित करते हैं। बीच से हिंद महासागर की खूबसूरती को निहारा जा सकता है। यहां सबसे अधिक पर्यटक सूर्योदय और सूर्यास्त का नजारा देखने के लिए पहुंचते हैं। यहां आप वाटर स्पोर्ट्स का भी लुत्फ उठा सकते हैं। आपको बता दें कि यह बीच मुख्य शहर से करीब 25 किमी दूर है।
मयूरनाथस्वामी मंदिर (Mayuranathaswamy Temple)
मयिलाड़तुरै की यता में अगर आप किसी प्राचीन और पवित्र मंदिर का दर्शन करना चाहते हैं, तो फिर आपको मयूरनाथस्वामी मंदिर पहुंच जाना चाहिए। यह मंदिर इस शहर का लैंडमार्क भी माना जाता है। यहां तमिलनाडु के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है।
मयूरनाथस्वामी मंदिर पूर्ण रूप से भगवान शिव की समर्पित है। इस मंदिर का इतिहास करीब 500 साल से अधिक पुराना बताया जाता है। शिवरात्रि, महाशिवरात्रि और सावन के महीने में यहां सबसे अधिक भीड़ होती है। इस मंदिर की वास्तुकला भी सैलानियों को खूब आकर्षित करती है।
कावेरी नदी (Kaveri River)
मयिलाड़तुरै में कावेरी नदी के बारे में कहा जाता है कि यह इस शहर की शान और पहचान है। कावेरी नदी से मयिलाड़तुरै के लिए सिर्फ सिंचाई ही नहीं, बल्कि पीने युक्त पानी की भी सप्लाई होता है।
कावेरी नदी, मयिलाड़तुरै शहर के बीच से बहती हुई बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर जाकर मिल जाती है। नदी के किनारे पहुंचकर आप सुकून का पल बिता सकते हैं। यहां आप स्थानीय लोगों के साथ मछली पकड़ने का भी मजेदार काम कर सकते हैं।
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इन जगहों को भी एक्सप्लोर करें
मयिलाड़तुरै के आसपास में ऐसी कई शानदार जगहें मौजूद हैं, जिन्हें आप एक्सप्लोर कर सकते हैं। जैसे-30 किमी की दूरी पर स्थित तंजावुर, 40 किमी दूर स्थित कुंभकोणम और करीब 60 किमी दूर स्थित नागपट्टिनम को भी एक्सप्लोर कर सकते हैं।
नोट: मयिलाड़तुरै पहुंचने के लिए सबसे पास में बड़ा शहर तंजावुर है। तंजावुर से बस, टैक्सी या कैब लेकर आसानी से मयिलाड़तुरै पहुंच सकते हैं।
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Image@tamilnadutourism.tn.gov.in,renghaholidays
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