उत्तराखंड अनेकों धार्मिक स्थल और मठ-मंदिर मौजूद हैं, शायद इसी कारण उत्तराखंड को देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है.

उत्तराखंड के धार्मिक स्थलों में कई मशहूर धामों का जिक्र होता है. आज हम आपको बताएंगे ऐतिहासिक धर्मस्थल ऊखीमठ के बारे में

रुद्रप्रयाग में ओंकारेश्वर मंदिर की अपनी अलग महिमा है और यहां हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं

समुद्र तल से 1311 मीटर की ऊंचाई पर मौजूद ऊखीमठ में मौजूद ओंकारेश्वर मंदिर को प्रथम केदार भगवान माना जाता है.

दूसरे केदार भगवान मध्यमेश्वर का शीतकालीन गद्दीस्थल भी ऊखीमठ में ही है. इसे पंचगद्दी स्थल के नाम से भी जाना जाता है.

प्राचीन मान्यताओं की वजह से ही इस जगह को पंचकेदार के मुख्य रावल का गद्दी स्थल माना जाता है. शीतकाल के दौरान भगवान केदार की डोली यहां लाई जाती है.

गर्मियों का मौसम आने के बाद यहीं से बाबा केदार की डोली यहां से केदारनाथ धाम के लिए रवाना होती है. यही कारण है कि ऊखीमठ को दूसरा केदार कहा जाता है.

इस मंदिर को विश्व के सबसे प्राचीन और सुव्यस्थित मंदिरों में शुमार किया जाता है. ये मंदिर चारों तरफ से भवनों से घिरा हुआ है

मंदिर के एंट्रीगेट पर एक बड़ा सिंहद्वार मौजूद है. सिर्फ यहीं से मंदिर में एंट्री की जा सकती है.

Kedarnath To Badrinath distance: केदारनाथ से बद्रीनाथ की दूरी कितनी है

READ NEXT STORY